भगवान श्री कृष्ण की कई दिव्य लीलाएँ हैं, जिनमें से एक प्रसिद्ध लीला “गोवर्धन पर्वत उठाना” है। यह लीला इस प्रकार है:
जब इन्द्रदेव ने गोकुलवासियों से नाराज होकर मूसलधार बारिश शुरू कर दी, तब भगवान श्री कृष्ण ने अपनी छोटी अंगुली पर गोवर्धन पर्वत उठाया और सभी गोकुलवासियों को उसकी छांव में सुरक्षित किया। उन्होंने इन्द्रदेव को यह दिखाया कि वे केवल एक छोटे से पहाड़ के नीचे अपनी छोटी अंगुली पर पूरी गोकुल की रक्षा कर सकते हैं, जबकि इन्द्रदेव जैसे देवता भी पृथ्वी पर जल को नियंत्रित नहीं कर पा रहे थे। इस लीला के माध्यम से भगवान श्री कृष्ण ने यह सिखाया कि भगवान की शक्ति से कोई भी बड़ी से बड़ी समस्या हल हो सकती है, और भक्ति व श्रद्धा से उनका कृपा बरसता है।
यह लीला भगवान श्री कृष्ण के अद्वितीय रूप और उनके विराट रूप को प्रकट करती है, जो न केवल भक्ति के प्रतीक हैं, बल्कि हर एक जीव की सुरक्षा और कल्याण के लिए सदा तत्पर रहते हैं।